सफलता की पोशाक मनुष्य योनी में आई हुई सभी जीव आत्माएँ युगों युगों से जन्म मरण के दीर्घ रोगसे मुक्त कराने के लिए पूर्ण परमात्मा ...
सफलता की पोशाक
मनुष्य योनी में आई हुई सभी जीव आत्माएँ युगों युगों से जन्म मरण के दीर्घ रोगसे मुक्त कराने के लिए पूर्ण परमात्मा के विधान अनुसार आ चुके हैं। पूर्ण परमात्मा का नाम ही सर्वोपरि हैं। क्योंकि भगवान के कारण ही आप आज की प्यारी सुबह देख पाये स्वयं के नज़रिए से धोखा खा सकते हैं और ज्ञान के नज़रिए से सुख व मोक्ष पा सकते है । अपना मोक्ष उदेशय रख कर नाम सिमरण करे। फिर देखना यहाँ के सुख तो आप को रुंगे यानि मुफ़्त में मिलेंगे ।
इस बदल रहे समय ( internet time ) के साथ हमें भी अपने अंदर बदलाव लाना होगा नहीं तो हम पीछे रह जायेगे और दुनिया हम से आगे निकल जायेगी . समय के साथ बदलना ज़रूरी है।अगर हमें अपनी ज़िन्दगी में कुछ बड़ा हासिल करना है। तो हमें अपने आप को improve करना होगा ।अर्थात् Posstive thinking रखनी होगी।
जब हम अपना Iife में गोल बनाते हैं तो उसे पूरा करने के लिए हमें हमारा सारा afford उस गोल को पूरा करने में डालना होगा। बल्कि यह नहीं सोचना है, कि कल कर लेंगे आज रहने दें तो हम अपनी ज़िन्दगी में कुछ भी प्राप्त नही कर पायेंगे हमें अपने गोल पर पूरा focus होना चाहिए। जो इंसान जीवन में तरक़्क़ी अर्थात् Success हासिल करता है। वह दुनिया या लोग उस के बारे में क्या बोलते उस पर कभी ध्यान नहीं देता है Only for अपने Dream के लिए मेहनत करता है ।हमारे अन्दर बहुत सारा tellent है इसलिए हमें ख़ुद को समझना होगा कि हम अपने tellent को कहाँ पर सही use करे। जैसी हमारी सोच होगी वैसा ही होगा ।
आज के युग में अपने आप को बदलना बहुत ही अनिवार्य है। मानव समाज में आज दहेज प्रथा के कारण गरीब से गरीब व्यक्तियों के जीवन जीने में संत कबीर जी के शिष्य बिना दहेज ( रैमन ) यानि शादी कर के सुख मय जीवन जी रहे हैं। महाराज के सानिध्य में वन रहा दहेज मुक्त भारत ओर ख़ुशी की बात यह है , नशा मुक्त वन रहा समाज ,बड़े आश्चर्य की बात है ,हमें 84 लाख योनीयो में भेजने बाला कौन है। पुरी यूनिवर्सल के मालिक है ।अपनी जीवन यात्रा को सफल बनाये यह समय बदलने का हैं ।स्वयं निर्णय ले ।वक़्त बहुत बदल चुका है ।
इस बदल रहे समय ( internet time ) के साथ हमें भी अपने अंदर बदलाव लाना होगा नहीं तो हम पीछे रह जायेगे और दुनिया हम से आगे निकल जायेगी . समय के साथ बदलना ज़रूरी है।अगर हमें अपनी ज़िन्दगी में कुछ बड़ा हासिल करना है। तो हमें अपने आप को improve करना होगा ।अर्थात् Posstive thinking रखनी होगी।
जब हम अपना Iife में गोल बनाते हैं तो उसे पूरा करने के लिए हमें हमारा सारा afford उस गोल को पूरा करने में डालना होगा। बल्कि यह नहीं सोचना है, कि कल कर लेंगे आज रहने दें तो हम अपनी ज़िन्दगी में कुछ भी प्राप्त नही कर पायेंगे हमें अपने गोल पर पूरा focus होना चाहिए। जो इंसान जीवन में तरक़्क़ी अर्थात् Success हासिल करता है। वह दुनिया या लोग उस के बारे में क्या बोलते उस पर कभी ध्यान नहीं देता है Only for अपने Dream के लिए मेहनत करता है ।हमारे अन्दर बहुत सारा tellent है इसलिए हमें ख़ुद को समझना होगा कि हम अपने tellent को कहाँ पर सही use करे। जैसी हमारी सोच होगी वैसा ही होगा ।
आज के युग में अपने आप को बदलना बहुत ही अनिवार्य है। मानव समाज में आज दहेज प्रथा के कारण गरीब से गरीब व्यक्तियों के जीवन जीने में संत कबीर जी के शिष्य बिना दहेज ( रैमन ) यानि शादी कर के सुख मय जीवन जी रहे हैं। महाराज के सानिध्य में वन रहा दहेज मुक्त भारत ओर ख़ुशी की बात यह है , नशा मुक्त वन रहा समाज ,बड़े आश्चर्य की बात है ,हमें 84 लाख योनीयो में भेजने बाला कौन है। पुरी यूनिवर्सल के मालिक है ।अपनी जीवन यात्रा को सफल बनाये यह समय बदलने का हैं ।स्वयं निर्णय ले ।वक़्त बहुत बदल चुका है ।
No comments
Post a Comment