एक बुढ़िया थीं। उसका एक छोटा सा परिवार था। बुढ़िया नींद की गोलियों की आदी हो चुकी थीं , बूढ़ी माँ न...
एक बुढ़िया थीं। उसका एक छोटा सा परिवार था। बुढ़िया नींद की गोलियों की आदी हो चुकी थीं , बूढ़ी माँ नींद की गोली के लिए ज़िद कर रही थी। बेटे की कुछ समय पहले ही शादी हुई थी। बहु डॉक्टर थी। बहु सास को नींद की
दवा की लत के नुकसान के बारे में बताते हुए ,उन्हें नींद की गोली नहीं देने पर अड़ी थी। वह नहीं चाहती थी ,उसे रोज़ा गोली खानी पड़े।ज़्यादा दवाई खाने से साईड इफ़ेक्ट पड़े ,बह भी बच्चों की तरह ज़िद करती कोई ना कोई बहाना करना पड़ता.
जब बात नहीं बनी तो सास ने गुस्सा ,दिखाकर नींद की गोली पाने का प्रयास किया। बहु के कितना मना करने पर ,अंत में माँ ने अपने बेटे को आवाज़ दी। बेटे ने आते ही कहा, माँ मुहं खोलो पत्नी के मना करने पर भी बेटे ने जेब से
एक दवा का पत्ता निकाल कर एक छोटी पीली गोली माँ के मुहं में डाल दी ,पानी भी पिला दिया। गोली लेते ही आशीर्वाद देती हुई माँ सो गयी......फिर पत्नी ने कहा आप को ऐसा नहीं करना चाहिए था। नीद की गोली माँ के लिये जान लेवा भी हो सकती हैं। पत्नी को बहुत ग़ुस्सा आया पति ने दवा का पत्ता अपनी पत्नी को दे दिया। पत्नी ने जब दवा का पता देखा तों विटामिन की गोली का पत्ता देखकर पत्नी के चेहरे पर मुस्कराहट आ गयी ।
पत्नी धीरे से बोली,आप माँ के साथ चीटिंग करते हो। ऐसा नहीं करना चाहिए था।
पति बोला, बचपन में माँ ने भी चीटिंग कर के कई चीजें मुझे खिलाई है। उस ने खूब सेवा पालन पोषण बड़े ही लाड़ प्यार से किया,अब मेरा भी फ़र्ज़ बनता हैं। मै अपनी माँ का ध्यान रखूँ। किसी भी तरह उस की इचछा पूरी करू ,एक माँ की ममता कोई मूल्य कोई नही चुका सकता हैं। इतना प्यार केवल अपनी माँ ही दे सकती हैं बग़ैर मतलब यानि(Unconditional Love )अपने बचपन से लेकर आज तक ध्यान रखती पहले माँ ऐसा ही करती थीं ।
अब मैं उसी के बचपन का उपकार कर रहा हूँ। क्योंकि वो मेरी माँ हैं ,माँ के दुध का क़र्ज़ कोई नहीं चुका सकता हैं । यह कहते हुए बेटा मुस्कुराने लगा। बचपन मे माँ ने बहुत लाड़ प्यार किया पालने मे कोई कसर नही रखी। अब मे अच्छी तरह देख भाल करुँ। मेरे मन को सुकून मिले उस ने प्यार भरी ममता मुझ पर लुटाई है ,मै हर इच्छा का पालन करूँ।
देखो भगवान का अजब ग़ज़ब तरीक़ा ,जन्म होने से पहले ही प्रबंध किया माता पिता का जन्म लेते ही उन्होंने सभी सुख साधनों का ध्यान रखा ,कुदरत के खेल भी न्यारे है। कितनी अच्छी व्यवस्था की है। भगवान ने हमे इतने अच्छे विचारों बाले माँ बाप दिये हैं। मालिक का दिल से शुक्र गुज़ार करते हैं। उस परमेश्वर के हम ऋणी हैं। जिस ने हमारे लिये इतना कुछ सोचा हर पल हमारा ध्यान रखते हैं। मन की गहराइयों से मैं शुक्र गुज़ार हूँ। पूरी दुनिया को बनाने वाले का करिश्मा देखने वाला है। हाथी से लेकर चींटी की हफाजित करता हैं। इतना दयालु है,सब पर नज़र हैं। सच्चे मन से याद करते रहना चाहिए। मानव से लेकर पशु पक्षियों तक उसे ख़बर है। ऐसी हस्ती को समझ पाना बड़ा मुश्किल है। हमारे बस की बात नहीं ।मालिक की आज्ञा के अनुसार
चले जो उन के नियम है उन का पालन करें ।
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