घर आते ही मेरी छोटी बहन का जनम दिन था . तो उसके लिए सर्प्राइज़ पार्टी रखी थीं घर को खूब सजाया हुआ था . खूब एंजोय किया. साथ ही साथ हमें यह ...
घर आते ही मेरी छोटी बहन का जनम दिन था . तो उसके लिए सर्प्राइज़ पार्टी रखी थीं घर को खूब सजाया हुआ था . खूब एंजोय किया. साथ ही साथ हमें यह ख़ुशख़बरी मिली कि मेरी मामी जी की लड़की ने मेरी बेटी के लिए रिश्ता बताया . तो मेरा बेटा इंडिया लड़का देखने के लिए गया वहाँ मेरा बेटा और उसके मासी का बेटा इकट्ठे लड़का देखने गये . लड़का अच्छा था . फ़ेमिलि भी अच्छी थी। लड़के वाले इस रिश्ते से खुश थे।और उन्होंने होटल बुक किया और अपने रिश्तेदारों को बुलाया। इधर से हमारे रिश्तेदार गये। लड़के को शगुन दिया और रिश्ता पक्का हो गया। और बेटा वापिस डेनमार्क आ गया।और यह ख़ुशख़बरी घर में सब को बताई . सब बहुत खुश हुए. लेकिन बेटी खुश नहीं थी क्योंकि उसने लड़का नहीं देखा था। उसे लड़के की आदतों के बारे में नहीं पता था कि लड़का कैसा है कैसा नहीं.
मेरी छोटी बहन लंदन से हमारे पास आई और मेरी बेटी को इंडिया दुबारा लड़का दिखाने के लिए लेकर गई। वहाँ वह लड़के से और उसकी फ़ेमलि से मिले ,सब की बहुत अच्छी नेचर थीं। सब बहुत खुश थे ,फिर दोनो का रिश्ता काफ़ी धूम धाम हुआ । फिर लड़की की मासी ने लड़की से पूछा? अब तुम्हारी क्या राय हैं .
लड़की खुश तो थीं लेकिन शादी के लिए अभी राज़ी नहीं थी सब ने लड़की को समझाया कि ऐसा रिश्ता दुबारा नहीं मिलेगा? फिर लड़की और लड़के वालों की फ़ेमिलि सिनेमा फ़िल्म देखने गये काफ़ी हंसी मज़ाक़ हुआ लड़की , लड़के को और एक दूसरे को जानने का मौका मिला ,काफ़ी जगह घूमें फिरे और एंजोये किया ,दोनो को एक दूसरे को और जानने का मौक़ा मिला।और लड़की शादी के लिए मान गईं. फिर वहाँ से वापिस डेनमार्क आ गये.
यहाँ आकर यह ख़ुशी सब को बताई और शादी की सारी तैयारियाँ करके सभी वापिस इंडिया गये और वहाँ पर हमने कितने सारे होटल देखे। लेकिन शादी उसी होटल में हुई जहाँ शर्मा जी की इच्छा थी। शादी बहुत धूम धाम से हुई। लोगों का कहना था कि शादियाँ तों बहुत देखी हैं , लेकिन ऐसी आलीशान शादी हमने कभी नहीं देखीं. ससुराल वाले भी बहुत हैरान हुए। मैं भगवान का लाख लाख शुक्र अदा करती हूँ। जैसे साक्षात भगवान खुद मेरे साथ है। महौल देखने को बनता था। मेरी बेटी और दामाद वापिस डैनमार्क आ गये ।
No comments
Post a Comment